सूत्रधार नही, चन्द्रिका नही, न तो कुसुमॉ की सहचरियाँ है, ये जो शशधर के प्रकाश मॅ फूलॉ पर उतरी है, मनमोहिनी, अभुक्त प्रेम की जीवित प्रतिमाऍ है देवॉ की रण क्लांति मदिर नयनॉ से हरने वाली स्वर्ग-लोक की अप्सरियाँ, कामना काम के मन की.
2.
सूत्रधार नही, चन्द्रिका नही, न तो कुसुमॉ की सहचरियाँ है, ये जो शशधर के प्रकाश मॅ फूलॉ पर उतरी है, मनमोहिनी, अभुक्त प्रेम की जीवित प्रतिमाऍ है देवॉ की रण क्लांति मदिर नयनॉ से हरने वाली स्वर्ग-लोक की अप्सरियाँ, कामना काम के मन की.